ताकि हो सके गाओं का भी विकास ।

आज जब पूरा देश तरक्की की राह पे आगे बढ़ रहा है । सरकार द्वारा देश के विकास के रहे अरबो खरबों रुपए खर्च किये जा रहे , शहरो को स्मार्ट सिटी के रूप में बदलने की तैयारियां की जा रही है और लोगो के जीवन स्तर को ऊपर उठा ने के प्रयास किये जा रहे हो । फिर भी आखिर ऐसे में क्या वजय है कि इस विकास की खुशबू तक दूर दराज के गाओं को मिलने की बात तो दूर सूंघने को भी नही मिल रही है , क्यूं कई राज्यों के दूर दराज के  गाओं के लोगो को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है । उत्तराखंड जैसे खूबसूरत प्रदेश के हाल तो और भी बद्तर होते जा रहे है यहाँ पहाड़ो पर रहने वाले लोगो को न तो सरकार की कोई योजनाओं का लाभ मिल पाता है और न ही सरकार भी उनकी और कोई गंभीर नजर आती । जिस कारण आज भी यहाँ न तो रोजगार का कोई साधन है और न ही शिक्षा की उचित व्यवस्था यदि कोई खेती भी करता है तो जंगली जानवरों द्वारा उनकी फसलों को नष्ट कर दिया जाता है और उनकी साल भर की मेहनत ऐसे ही बेकार चली जाती है । ऐसे में भी न तो यहाँ पे कोई सरकार दीखती है न उनका कोई काम   । और तो और स्वास्थ्य सुविधाये भी यहाँ से कोसो दूर है और ऐसे में हम ये उम्मीद करते है कि भारत एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बनकर उभरे परन्तु शायद यह तब तक मुमकिन नही हो सकता जब तक गाओं का विकास न हो , विकास से यहाँ तातपर्य उन सभी मुलभुत सुविधाओं से है जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है ।
जरुरी नही है कि सब कुछ सरकार के भरोसे छोड़ दिया जाए , हालाँकि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि कैसे गाओं का विकास किया जाए और उन्हें हर जरुरत की चीजे उपलब्ध करायी जाए । अपितु अगर लोग भी चाहे तो वो भी इनकी मदद करने आगे आ सकते है । क्योंकि जदि आपके पास कुछ ऐसा है जिससे लोगों की मदद कर सके तो यह अच्छा काम  है ।
अभी हाल ही में एक उधाहरण सामने आया था जब कुछ MBBS के बच्चों ने ऊपर पहाड़ो पर बसे एक गाँव को गोद लेकर उसकी कायापलट ही कर के रख दी , और गाओं की तरह यहाँ भी गांव वालों को भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था ,  इस गांव में सौचालय की सुविधा तक नही थी ऐसे में इन शौच करने जंगलों में जाना पढता था जो इनकी जान के लिये खतरा साबित हो सकता था । साथ ही साथ यहाँ खेती करने वाले लोगों की फसलों को भी जानवर नस्ट कर देते थे जिससे ये लोग पलायन को मजबूर थे , यहाँ न तो सरकार के कामो का कोई पता था न ही उनकी योजनाओं का परंतु इन छात्रों ने मिलकर न केवल खेती को जानवरों से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की व्यवस्था की साथ ही यहाँ प्रत्येक घरों में सौचालय भी बनवाये इसी के साथ साथ इन्होंने कई कार्य किया और आज इस गांव को सुन्दर बना दिया । कहने का तातपर्य यह है कि यदि हम लोग भी थोड़ा अपनी जिम्मेदारियां समझे तो देश अवश्य आगे बढ़ेगा । परन्तु इसके लिए आवश्यक है कि सरकार को भी इस और ध्यान देना चाहिए । केवल बोलने से कहीं का विकास नही होता ,उसके लिए आवश्यक हैं उन कार्ययोजनाओं को धरातल पे भी उतारा जाए । और सरकार राजनीती से ऊपर उठ कर इन गाँव के विकास में आगे आये । इसी के साथ साथ अगर हम भी थोड़ा समय सामाजिक कार्यो के लिए निकाले तो अवश्य इससे किसी का तो भला बोला ही ।

Comments

Popular Posts