योग है बेहतर उपचार ।

योग एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से शरीर को स्वस्थ व् रोगमुक्त रखा जा सकता है । भारत को योग का जन्मदाता कहा जाता है , प्राचीन काल से ही योग का काफी विस्तार हुवा माना जाता है कि ये योग कलाएं हमे स्वयं भगवान् शिव से प्राप्त हुवी है । सुरु से ही शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए ऋषि मुनियों द्वारा लोगों को योग की शिक्षा दी जाती थी , जिसके लिए जगह जगह पर मठों और विश्व विद्यालयों की स्थापना की जाती थी ताकि लोग योग की कलाओं को सीखे ।
परन्तु जैसे जैसे समय बदला योग का विस्तार थोड़ा सिमट सा गया था परंतु वर्तमान समय में योग प्रत्यके मनुष्य की आवश्यकता बन गया है । हमारे पर्यावरण में लगातार आ रहे बदलावों और मनुस्यों का पर्यवारण के साथ बढ़ता छेड़ छाड़ से हमारे आस पास के वातावरण पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा है  जिन्होंने नई नई बीमारियों को तो जन्म दिया ही है परंतु साथ ही साथ लोगो की जीवन रेखा को भी छोटा कर दिया है , दिन प्रतिदिन बढ़ते इस पॉल्युशन से जहाँ एक और पर्यावरण में अस्थिरता आई तो वहीँ इसका एक बड़ा नकारात्मक प्रभाव हम्हारे मानव जीवन पर भी पड़ा है । आज कल बच्चे के पैदा होने के साथ ही कई बीमारियां उसका दामन थाम लेती है  आज 10 साल के बच्चे को हार्ट की बीमारियां हो जाती छोटी सी उम्र में उनकी आँखों में चश्मा लग जाता है । इन्ही सब कारणों से आज योग को अपनाना और भी आवश्यक हो गया है और साथ ही यह जरुरी भी हो गया है कि योग को हम अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करे । जिन बीमारियों का इलाज हम्हारे मेडिकल साइंस में बहुत मुश्किल से हो पाते है उनका समाधान योग के प्रतिदिन अभ्यास से आसानी से किया जाता है । कुछ ऐसी भी जानलेवा बीमारियां होती जिनका उपचार करने में काफी खर्च तो आता ही है साथ ही बीमारियों के ठीक होने की संभावनाए भी बहुत कम होती है ,परन्तु योग के नियमित अभ्यास से उन सभी बीमारियों का इलाज संभव है जरुरत है तो बस सही ज्ञान और मार्गदर्शन की ।योग में कई ऐसे आसान होते है जिनके माध्यम से स्वांस जैसी कई और बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है , परन्तु आश्चर्य इस बात का है कि जिस योग का उदय भारत में हुवा हो आज उसी देश में बीमारियों की संख्या सबसे ज्यादा है । जिसके कारण आज हर उम्र के लोगों को दवाइयों के सहारे जीवन जीना पड़ रहा है । और कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि इन दवाइयों के इस्तेमाल से इनके साइड इफ़ेक्ट भी सामने आते है जो नई बीमारियों को जन्म देते है जिसका कारण बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही नकली दवाइयां है । जो हमारे शरीर को फायदे की जगह नुकशान देती है ।
इसके विपरीत योग के न तो कोई साइड इफ़ेक्ट है और।न ही ये किसी तरह का नुकसान देता है । बस रोज 10-15 min का योग अभ्यास आपको एक स्वस्थ जीवन प्रदान कर सकता है ।
कहते है योग अध्यात्म का प्रवेश द्वार है । योग के माध्य्म से मन को सांत रखने में मदद मिलती है । प्रतिदिन योग करने से थकान तो दूर रहती है साथ ही साथ आपको कार्य करने के लिए एक नई ऊर्जा मिलती है जरुरत है तो बस रोजाना योग अभ्यास की ।

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