नशे की जद में डूबता भारत ।

आज भारत की एक बड़ी आबादी नशे के कारण अपनी जिन्दगी को बर्बाद कर रहे है , इनमे बच्चे, बूढ़ों से लेकर आज की युवा पीढ़ी बड़ी तेजी से इस और बढ़ रही है । हाल तो इतना बुरा है कि इन मामलों में महिलाएं भी पीछे नही है।
भारत में नशीली दवाओं और अपराध का जोर बढ़ता जा रहा है। सरकार की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार बीते तीन सालों ( 2011-13) में भारत में नशीली दवाओं के कारोबार में पांच गुना वृद्धि दर्ज की गई है
अध्ययन के दौरान पता चला है कि नशा करने वाले लोगों में से 12 फीसदी लोगों की उम्र 15 वर्ष से नीचे होती है जबकि 31 फीसदी लोग 16 से 25 वर्ष की आयु के बीच के होते हैं और 56 फीसदी 25 से 35 वर्ष के बीच के होते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में हाल कितने बुरे । जिस उम्र में बच्चो के हाथो में किताबे और खिलौने होने चाहिए उस उम्र में बच्चे नशे की लत का शिकार हो जाते है जिससे ये न केवल अपने बचपन को नुकसान पहुंचाते है बल्कि आगे जाकर यह लत और भी अधिक बढ़ने लगती है जो की आपराध को बढ़ावा देती है ।
अब जरा सोचा जाए की आखिर कैसे ये लोग इतनी छोटी सी उम्र से ही इन जानलेवा नशे की जद में आ जाते है और इसका शिकार हो जाते है । हद तो तब हो जाती है जब 4 -5 साल के बच्चों के हाथ में नशीले पदार्थ दिखाई देते है , इन्हें रोकने और समझाने वाला कोई नही होता इसलये ये इसका शिकार हो जाते है नशीले पदार्थो के प्रयोग में मणिपुर , मिजोरम और पंजाब सबसे ऊपर है इसका एक बड़ा कारण यह है कि इन देशों की सीमाएं अंतर्राष्ट्रीय देशो से लगती है जिस कारण यहाँ म्यामांर , बांग्लादेश और अफ़ग़ान पकिस्तान से बड़ी संख्या में नशीले पदार्थो की बिक्री होती है । और भारत के लोग इसका शिकार होते है , आज के बदलते दौर में तो नशीले पदार्थो का सेवन करने वाले लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हुवी है आज तो शहरो में मानो नशा करना एक फैशन सा बन गया हो शहरों में खुल्ले आम इन नशीले पदार्थों का प्रयोग चलता है जिसमे महिलाएं भी पीछे नही है ।
नशीले पदार्थों का प्रयोग न केवल केंसर जैसी जानलेवा बीमारियों को जन्म देता है साथ ही यह लोगों की जीवन रेखा को छोटा कर देता है । भारत में नशे की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है , यदि हम चाहते है कि भारत विकास की राहों में और अधिक आगे बढ़े यहाँ के लोगों का जीवनस्तर अच्छा हो तो यह जरुरी है कि हमे इन नशीले पदार्थों से मुक्ति पानी होगी यह पदार्थ केवल और केवल हमारे शरीर को नुकसान पहुचाते है इसलये इसलये इनका इस्तेमाल बंद होना आवश्यक है । ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को इससे मुक्ति मिल सके ।

Comments

Popular Posts