उरी आतंकवादी हमला । आतंक को मिले मुह तोड़ जवाब ..

Loc के पास सीमा से सटे उरी छेत्र में जवानों पर हुवे आत्मघाती हमले ने एक बार फिर से पूरे देश को हिलाकर रख दिया है । यहाँ झेलम नदी से बॉर्डर पार कर आतंकवादियों के लगभग 3 दस्ते भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए , इनमे से आतंकवादियों के एक दस्ते ने उस वक्त भारतीय आर्मी कैम्प में हमला कर दिया जब हमारे जवान ड्यूटी बदल कर आराम कर रहे थे । ये आतंकवादी सेना की वर्दी पहने आर्मी कैंप में घुस गए और इन्होंने अंधाधुन्द फायरिंग के साथ साथ जवानों के ऊपर ग्रेनेड बम फेंकने सुरु कर दिए जिसमे पुरे टेंट में आग फेल गयी और कैंप में आराम कर रहे 13 से 14 जवान इन आग की लपटों में आ गए । हालांकि उसके तुरन्त बाद सेना ने भी मोर्चा संभाला और चारों आतंकवादियों को ढेर कर दिया परन्तु तब तक अचानक हुए इस हमले में हमारी सेना के 17 वीर सपूत शहीद हो चुके थे । और 20 से भी  ज्यादा जवान घायल हो गए ।

उरी में हुवी इस दर्दनाक आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया , यह अब तक आर्मी पर किया गया सबसे बड़ा हमला था । वहीँ  सेना द्वारा किये गए सर्च ऑपरेशन में भी यह
आज पूरे भारत की आँखे नम है , लोगों के अंदर सवेंदना भी है और आक्रोश भी । अब सब के मन में एक ही सवाल है की क्या अब भारत पाकिस्तान के लिये अपनी नीतियों में बदलाव लायेगा और देश के जवानों पर हुवे इस हमले का बदला लेगा । अब जरुरी है कि आतंक वाद को जड़ से ख़त्म करना होगा , यदि आज इनकी हरकतों का मोह तोड़ जवाब नही दिया गया तो शायद ये हमारे उन शहीदों का अपमान होगा जिन्होंने इस हमले में अपनी जान गवाई , यह अपमान होगा हर उस देश वासी का जिसने इन सहीदों की पीड़ा को झेला है ।
आज देश न्याय मांग रहा है , आज जरुरत है कि इन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए और यह तभी हो सकता है जब इन शहीदों के हत्यारों को सजा मिले फिर चाहे वो कोई भी हो और कहीं भी हो । भारत एक शाक्तिशाली और उभरती हुवी महा शक्ति है , फिर भी अफशोस हम अपने ही लोगों को बचाने में असमर्थ है । हमारे पास एक बहुत बड़ी और ताकतवर सेना तो है पर उन्हें पुरे अधिकार प्राप्त नही । यदि आज आतंक का खात्मा नही किया गया तो यह उस देश के लिए नाशुर बन जाएगा और तब भी ये राजनेता केवल अपनी राजनीति को ही देखते रहेंगे ।  आज जरुरत है कोई ठोस कदम की ताकि अगली बार कोई भी भारत की तरफ आँख उठाकर भी न देखे इसी के साथ अब मौका है कि भारत को अपनी नीतियों को बदला जाए इस तरह के हमलों का मुँह तोड़ जवाब दिया जाए ।साफ़ हो गया है कि ये आतंकी पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन से तालुक रखते है । उनके पास जो भी सामान मिले वह पकिस्तान में बने है, इतने सबूत हो जाने के बाद भी  अब सवाल यह उठता है कि भारत अपने जवानों पर हुवे इस हमले का बदला लेगा या फिर इस बार भी सिर्फ बात से काम चलेगा ।आज तक भले ही भारत की छवि एक शांतिप्रिय राष्ट्र के रूप में होती है इसी का कारन है पाकिस्तान जैसा छोटा सा देश भारत में आतंक को बढ़ाने और आतंकी हमले करने में कामयाब हो जाता है और हम उसका कुछ नही बिगाड़ पाते क्यों क्युओंकी हमे अपनी शांतिप्रिय राष्ट्र होना सबको दिखाना है परन्तु अब बहुत हुवा ठीक है की भारत एक शान्तिप्रिय राष्ट्र है पर यदि सवाल सुरक्षा का हो आतंक का हो तो जरुरी हो जाता है की आपको भी ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए  ! अब बातचीत इस समस्या का हल नही हो सकता यह तो साफ़ गया है वहीँ बार बार विश्व के देशो के सामने इस बात को रखने का भी कोई फायदा नही है क्यों की यदि इससे कोई लाभ होता तो अभी तक पाकिस्तान का आतंकवादी राष्ट्र घोषित किया जा सकता था पर नही , क्या  राष्ट्र नही जानते की पाकिस्तान आतंक का पोषक है भारत में आतंकी हमलों का जिम्मेदार कोन है फिर भी सब कुछ नही करते। हमें नही भूलना चाहिए की अमेरिका ने अपने यहाँ हुए आतंकी हमले का बदला की तरह लिया था।  अब कुछ इस ही कदम उठाने की बारी भारत की है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोक जाए और आतंक को ख़त्म किया जा सके ! 


Comments

Popular Posts