अलविदा अम्मा ।

अम्मा , यह कोई नाम नही है ये उन लाखों लोगों की भावनाएं है जिन्होंने एक स्त्री को राजनीति में वह पहचान दिलाई , जिसने राजनीति में कई मुकाम हांसिल किये । जिंदगी भर मुश्किल हालातों में भी जयललिता ने अपने विवेक और साहस से ना केवल इन हालातों से लड़ी बल्कि कई बार पीछे छूटने के बाद भी कमबैक किया , पर अफ़सोस जिंदगी और मौत के बीच चलती इस बार की लडाई ने उन्हें तोड़ दिया और हार गई जिंदगी की जंग को ।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और ऐडिमके की अध्यक्ष जयललिता पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थी जिस कारण वह कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थी परंतु बीते कुछ दिनों में उनकी हालत में सुधार की बात कही जा रही थी , जिस कारण डॉ उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने वाले थे परंतु अचानक उन्हें हार्ट अटेक आने से उन्हें वापस icu में भर्ती करना पड़ा और उन्हें लाइफ सप्पोर्ट पर रखा गया , दक्षिण में जयललिता को अम्मा की तरह पूजते है और लोग उन्हें बहुत मानते है , यही कारण है । अम्मा को हार्ट अटेक आने की खबर सुनकर हर तरफ अफरा तफरी मच गई । लाखों की संख्या में अम्मा के संमर्थक और पार्टी के कार्यकर्त्ता अपोलो अस्पताल के बाहर जमा हो गए , और अम्मा के लिए दुवा करने लगे , पर क्योंकि यह सीरियस हार्ट अटेक था इस लिए बचने की उम्मीद बहुत कम थी , अस्पताल में ही नेताओं और मंत्रियो की बैठक का दौर चलता रहा , सब अम्मा के जल्दी ठीक होने की दुवा कर रहे थे पर जब यह खबर आई की अम्मा हमारे बीच में नही रही तो अम्मा के चाहने वालों के दुख का ठिकाना नही रहा , सब के आँखों में आंसू थे और ये आंसू उनके ऊपर से उनकी अम्मा के हाथ के हट जाने की गवाही दे रहे थे पूरा देश मानो सन रह गया हो किसी को भी विस्वास नही हो रहा था कि अम्मा हमारे बीच में नही रही ।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत सभी राजनेताओं ने अम्मा के निर्धन पर शोक जताया और बताया कि अम्मा का भारत की राजनीति में बहुत बड़ा योगदान था ।
अम्मा पहली ऐसी प्रभावशाली स्त्री थी जिन्होंने पूरी देश की राजनीति में असर डाला और इतनी बार मुख्यमंत्री रही । अम्मा की सबसे पड़ी उप्लब्धि लोगों के दिलों में अपनी अमिट छाप चढ़ाना है उन्होंने सदैव गरीबों की भलाई के बारे में सोचा और लोगों से जुड़कर काम किया यही कारण है कि लोगों ने भी अम्मा को इतना प्रेम दिया , जयललिता को ये अम्मा नाम भी लोगों ने ही दिया था । लोग अम्मा से कितना प्रेम करते थे उस बात का इंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है अम्मा की अंतिम यात्रा में पूरे देश की आँखे नम थी पूरा तमिलनाडु रो रहा था और लाखों की संख्या में लोग अम्मा का अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़े ।

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