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योग को राजनीती से न जोड़ें।
योग हम्हारे जीवन के लिए एक वरदान स्वरूप है ।योग हम सब के लिए है इसे किसी धर्म और सम्प्रदाय से जोड़कर देखना गलत है । आज पूरा विश्व अंतरास्ट्रीय योग दिवस को तो मना रहा है परन्तु योग का अविष्कारक रहे भारत में स्थिति कुछ अलग ही है । यहाँ के राजनेता योग जेसे विसय में भी अपनी राजनीती की रोटियां सेकने से बाज नही आते । योग किसी एक धर्म के लिए ही आवश्यक नही ये तोह एक साधना और जिसमे हमे धर्म और जाती के बंधनो को तोड़कर केवल अपने स्वस्थ को देखते हुवे करना चाहिए ताकि हम्हारे आने वाले बच्चों का स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहे ।
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